जशपुर मुनादी ।। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूरे भारत को स्वच्छ और खुले में शौचमुक्त करने शुरू किया गया स्वच्छ भारत मिशन छत्तीसगढ़ के जशपुर में दम तोड़ रहा है ।
जिले को शौचमुक्त बनाने 2016-17 में गांव गाँव मे बनाये गये शौचालय खंडहर और कबाड़ में तब्दील हो गए हैं ।
मुनादी चौपाल ने शौचालयों का जायजा लिया तो पाया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाये गए अधिकांश शौचालयों का वर्षों से कोई उपगोग नहीं हो रहा है और अब इन शौचालयों में बड़े बड़े घास उग आए हैं । सबसे पहले हम मुख्य मार्ग याने हाईवे किनारे (लावाकेरा -रायगढ मार्ग )खारी बहार पहुँचे तो पाया कि खारी बहार चौक में ओडीएफ याने खुले में शौचमुक्त का बड़ा सा सरकारी बोर्ड लगा है और उसके बाजू में बना हाईवे शौचालय खंडहर बना हुआ है । दरवाजे टूटे हुएहैं , शौचालय की सीट गायब है और सीट के जगह बरगद के पेंड़ उग आए हैं ।
इसी क्रम में हमारी टीम पहाड़ी कोरवाओं की बस्ती रापा डांड पहुँची तो पाया कि यहां तकरीबन 11 कोरवा परिवार रहते हैं और इनके लिए बनाए गए शौचालयों का कोई उपयोग नहीं है । कोई शौचालय टूटकर धराशायी हो गया है तो कोई टूटने के कागार पर है । वहीं कई शौचालय ऐसे भी मिले जिनके छत हवा में उड़ गए तो कई शौचालयों का उपयोग लकड़ी रखने के लिए हो रहा है याने यहाँ के एक भी शौचालय कारगर नहीं है । पहाड़ी कोरवाओं ने बताया कि वे कई वर्षों से खुले में शौच कर रहे हैं ।
ऐसे और भी कई गाँवों में हमारी टीम पहुँची और लगभग हर गांवों में बनाये गए शौचालयों का यही हाल है ।जिन गाँवों को 2016-17 में ओडीएफ (खुले में शौचमुक्त) घोषित किये गए थे उन गांवों के लोग आज खुले में शौच करने पर मजबूर हैं ।
स्वच्छ भारत मिशन की दुर्गति की कई तस्वीरें हमारे कैमरे में कैद हुई हैं जो यह बताने के लिए काफी है कि एक वक्त में ओडीएफ की वाहवाही लूटने वाके जशपुर जिले के लोग इस मिशन से मरहूम हैं ।