जशपुर मुनादी।। घोटाले और अनियमितता तो आपने बहुत देखा होगा, पर आज हम आपको जो बताने जा रहे हैं, वो घोटाले के साथ कुछ ऐसा आफत लेकर आया है, कि यहां की जनता पूछ रही है, कि ये किसने किया ? मगर चारों तरफ एक अजीब सी चुप्पी है।
कोई यह बताने को तैयार नही कि राजपुरी जल आवर्धन योजना के लिए आये 9 करोड़ रुपयों से बगीचा में एक बूंद पानी किसी घर तक क्यों नही पहुंचा। कोई यह भी बताने को तैयार नही कि लगभग 9 करोड़ रुपयो का हुआ क्या...?...जो आज भी भू जल का बेलगाम दोहन करते हुए बोर से नगर पंचायत में स्थित 4 टंकियों में पानी भर कर वितरित कर व्यवस्था को ढांकने और छुपाने की कोशिश की जा रही है!
क्या थी योजना-
हम आपको बता दें कि आज से ठीक 8 साल पहले जिले के बगीचा नगर पंचायत के हर घर की प्यास बुझाने के लिए तत्त्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह के द्वारा जल आवर्धन से बगीचा में पेय जल सुनिश्चत करने के लिए कुल 8.137 करोड़ की राशि स्वीकृत की थी।
विभाग ने 9 सालों में पूरी की योजना
योजना का नाम था बगीचा का राजपुरी जल आवर्धन योजना, उद्देश्य था कि बगीचा को आने वाले 30 साल तक पेय जल की कोई कमी नही होगी। पर हुआ क्या परियोजना शुरू हुए 9 साल बीते, बगीचा के लोग हर साल टकटकी लगाए रखा, कि अब काम पूरा होगा तब पूरा होगा, अब हमारे घरों तक पांनी पहुंचेगा, पर 9 साल में कुछ ढांचे खड़े हुए, कहीं रोड खुदा तो कहीं बस्ती खोदी गयी। कुछ पाइप भी बिखरे भी दिखे।अब खबर आ रही है कि विभाग ने तो 1 साल पहले ही काम पूरा कर दिया है।
नगर पंचायत ने लिया हैंडओवर
और नगर पंचायत ने 8-9 महीने पहले हैंडओवर भी ले लिया, मतलब की 9 साल के लंबे इंतजार के बाद काम कागजों में पूरा कर नगर पंचायत अब घर-घर पानी इस योजना के माध्यम से पहुंचा रहा है।
एक बूंद नही पहुंचा पानी
पर कहानी यहीं खत्म नही होता, अगर हम आपको यह बताए कि कागज कुछ कहे, पर अब तक राजपुरी जल आवर्धन योजना से एक बूंद पानी घरों तक नही पहुंचा। तो क्या यह घोटाला नही है। आखिर ये लगभग 9 करोड़ रुपये खर्च कर हासिल क्या हुआ, क्या राजपुरी आवर्धन योजना के लिए आठ साल पहले आये पैसे राजपुरी नदी में ही डाल कर बहा दिया गया, कि एक बूंद पानी भी लोगों को आज तक नसीब नही हुआ।
आखिर स्वीकृत 9 करोड़ से क्या हासिल हुआ-
अब जो भी हो पर यह तो सच है, कि ये 9 करोड़ रुपये लगता है उसी नदी में डाल कर बहा दिए गए, जहां की पानी से जलआवर्धन कर पूरे बगीचा की प्यास बुझानी थी।
इस मामले में नगर पंचायत बगीचा के सीएमओ क्षितिज ने बताया कि हर दिन टँकी में पानी भरा जा रहा है लेकिन कई लोगों ने पानी की सप्लाई के लिए आवेदन देने की प्रक्रिया पूरी नहीं की है जिसके चलते उनके घरों में पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। कुछ लोगों का ही अभी तक आवेदन आ पाया है ।जिन्होंने आवेदन दिया है वहाँ सप्लाई जारी है ।
लेकिन सवाल ये है कि पानी की टँकी में आवर्धन जल प्रदाय योजना का नी क्यों नहीं आ रहा और टँकी को बोर के पाइप से भरने के पीछे नगर पंचायत की क्या मजबूरी है ?