रायपुर मुनादी।। रायपुर में आयोजित होने वाली कांग्रेस का 85 वाँ अधिवेशन कांग्रेस के आंतरिक गुटबाजी और विवादों के भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। दरअसल अधिवेशन स्थल और उसके रास्ते पर पोस्टर लगाने को लेकर पार्टी के अंदर घमासान शुरू हो गया है, मामला इस हद तक बढ़ गया कि प्रदेशाध्यक्ष ने पोस्टर हटाने का आदेश जारी करवा दिया।
दरअसल पार्टी अधिवेशन स्थल के आसपास रायपुर मेयर एजाज ढेबर समर्थकों ने प्रचार सामग्रियों से पाट दिया लेकिन उन प्रचार सामग्रियों से प्रदेशाध्यक्ष का ही फोटो गायब था। मामला सामने आने के बाद पार्टी के कई नेताओं ने आपत्ति दर्ज करवाई तो सभी होर्डिग्स और पोस्टर्स में उनका फोटो अलग से चिपका दिया गया लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद प्रदेशाध्यक्ष के आदेश से महामंत्री रवि घोष के लेटरपैड पर आदेश निकलना पड़ा कि यहां पर सिर्फ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी पोस्टर लगाएगी इसलिए इन्हें हटा लिया जाय अन्यथा सारे पोस्टर्स हटवा दिए जायेंगे।
बताया जाता है कि इसके अलावा भी कई विवाद की खिचड़ी पार्टी के अंदरखाने में पक रही है। जैसे जैसे अधिवेशन के दिन करीब आ रहे हैं वैसे वैसे विवादों की संख्या बढ़ती जा रही है। पार्टी में हालांकि ऊपर स्तर के गुटबाजी सार्वजनिक दिखती है लेकिन निचले स्तर तक गुट बने हुए हैं। कई नेताओं के राग एक दूसरे से अलग हैं ऐसे में अधिवेशन में एकता के गीत के क्या शुरू होंगे इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है। बहरहाल अधिवेशन के दौरान स्वागत करने वाले नेताओं को लेकर भी कई तरह के विवाद हैं।
बताया जाता है कि बस्तर के एक आदिवासी ने नेता और रायपुर के एक नेता को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी ने बकायदा नोटिस जारी किया है लेकिन उनका भी नाम स्वागत करने वाले नेताओं की सूची में है। इस बात को लेकर भी पार्टी के अंदर काफी विवाद चल रहा है हालांकि यह विवाद अभी बाहर नहीं आ पाया है लेकिन इसपर पार्टी के अंदर खींचतान मची हुई है।
जिस सत्ता और संगठन के समन्वय की बात अधिवेशन में किया जाना है उसका बुरा हाल अभी से दिखाई देने लगा है। सत्ता की बांसुरी अलग धुन में बजती सुनाई दे रही है तो संगठन अलग ए0न नगाड़ा बजा रहा है। समन्वय जैसी कोई हालात कहीं से परिलक्षित नहीं है। आने वाले कुछ महीने में प्रदेश में चुनाव भी होने वाला है।