munaadi news image
July 31, 2025



एक लाख की सुपारी, दस हजार एडवांस,अवैध संबंध के शक में कराई गई थी हत्या, पैरोल से बाहर आकर दी गई ......... ये कहानी जरा अजीब है

munaadi news image

रायगढ़ मुनादी।। अवैध संबंध के शक में 1 लाख की सुपारी देकर लैलूंगा विधानसभा के कांगे्रस के पूर्व विधायक के छोटे भाई की हत्या मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि इस पूरे मामले का मास्टर माइंड पहले से ही जेल में बंद है। पैरोल से बाहर आकर उसने पूरी योजना का खाका बनाया था और आरोपियों को पेशगी के बतौर 10 हजार रूपये थे दे दिया था। 

मिली जानकारी के अनुसार लैलूंगा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पाकरगांव के सचिव जयपाल सिदार (43 वर्ष) की गुमशुदगी के मामले का रायगढ़ पुलिस ने गंभीर जांच के बाद सनसनीखेज खुलासा करते हुए इसे एक सुपारी किलिंग करार दिया है। इस हत्या में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता शिव साहू पूर्व से ही हत्या के एक अन्य मामले में जेल में बंद है। पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट से शुरू कर हत्या की गुत्थी को सुलझाने में उल्लेखनीय सफलता पाई है।

जयपाल सिदार 7 जुलाई को अपनी स्विफ्ट डिजायर कार से बच्चों को स्कूल छोडने के बाद लापता हो गए थे। उनके परिजनों ने 8 जुलाई को थाना लैलूंगा में गुम इंसान के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शुरुआती खोजबीन में जब कोई ठोस सुराग नहीं मिला तो पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएसपी अनिल विश्वकर्मा, साइबर सेल और थाना लैलूंगा की संयुक्त टीम गठित की। एडिशनल एसपी आकाश मरकाम व एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी भी जांच में जुडे।

पुलिस ने जयपाल सिदार की मोबाइल लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज व अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के विश्लेषण के साथ तफ्तीश तेज की। इस दौरान तीन युवकों शुभम गुप्ता, कमलेश यादव और मदन गोपाल सिदार की गतिविधियाँ संदिग्ध पाई गईं। पूछताछ में आरोपी शुभम गुप्ता ने चैंकाने वाला खुलासा किया कि रायगढ़ फुटहामुडा निवासी शिव साहू ने, जो कि पहले से हत्या मामले में जेल में बंद है, 6 महीने पहले पेरोल पर आकर जयपाल सिदार से पुरानी रंजिश के चलते उसकी हत्या के लिए 1 लाख रूपये देने की बात कही थी। शुभम ने यह प्रस्ताव स्वीकार करते हुए जून माह में अपने दो साथियों के साथ हत्या की योजना बनाई और 3 जुलाई को शिव साहू से पुनः पेरोल पर लौटने पर जयपाल की हत्या की बात हुई और शिव से 10 हजार उसी दिन ले लिया।

हत्या की योजना के तहत 7 जुलाई की सुबह जयपाल सिदार को कोतबा जाने के बहाने बुलाया गया। शुभम, कमलेश और मदन गोपाल उनके साथ उन्हीं की कार में सवार होकर जशपुर रोड की ओर निकले और रास्ते में गमछा से गला कसकर चलती कार में ही उनकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को कार में छिपाकर आरोपी कई स्थानों पर घूमे और फिर सिसरिंगा घाटी में शव फेंक दिया। मोबाईल को मैनपाट के जंगल में फेंका गया और पकड़े जाने के डर से गाड़ी का नंबर प्लेट हटाकर लाखा के पास सडक किनारे गाड़ी कर आरोपी फरार हो गए। साक्ष्य मिटाने की नीयत से हत्या में प्रयुक्त गमछा को भी जला दिया गया।

पुलिस ने घटनास्थल से शव को बरामद कर पोस्टमार्टम कराया और मृतक की शिनाख्त के बाद मामला हत्या में तब्दील कर लिया। थाना धरमजयगढ़ में भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1), 238, 61(2), 3(5) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। प्रकरण की विवेचना असल अपराध थाना लैलूंगा में दर्ज कर की जा रही है।



munaadi news image
munaadi news image
munaadi news image
munaadi news image
munaadi news image
munaadi news image
munaadi news image

Related Post

Advertisement

Advertisement Carousel


Trending News