जशपुर मुनादी।। भाजपा के बाहुबली युवा नेता व चंद्रपुर से 2 बार विधायक रहे स्व युद्धवीर सिंह जूदेव की पत्नि संयोगिता सिंह जूदेव धीरे धीरे फार्म में आने लगी हैं । बीते दिनों भाजपा के जेल भरो आंदोलन के दिन उनकी तल्खी और जोश देखते ही बन रही थी। 2016 में जब उन्होंने अपने पति स्व युद्धवीर का प्रतिनिधत्व सम्हाला था उस वक़्त भी उनके भाषण में उतनी ही स्पष्टता और धार दिखी थी और काफी लंबे समय तक शोक संतप्त रहने के बाद वही तल्खी 16 मई को भी दिखी।
संयोगिता 2018 में अपने पति के सीट चंद्रपुर से भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ी थी । हांलाकि वह चुनाव हार गयी लेकिन चुनाव हारने की घोषणा के अगले दिन से ही उन्होंने क्षेत्र में सघन दौरा शुरू कर दिया था और आज भी जब उनके सिर पर पति का साया नहीं है तो भी उसी अंदाज में क्षेत्र में जा जा कर लोगो से मिल रही है। राजनीतिक आयोजन हो या सामाजिक हर आयोजनों में उनकी उपस्थिति देखी जा सकती है ।
स्व युद्धवीर के देहांत के बाद उन्होंने क्षेत्र के सभी भाजपा पदाधिकारियों,कार्यकर्ताओं और अपने समर्थकों को अपने रायपुर स्थित जशपुर निवास में लोगो को बुलाकर सियासत के अगले पायदान पर कदम रखने से पहले उन्होंने उनकी राय मांगी थी ।वहाँ मौजूद लोगों की हरी झंडी मिलने के बाद उन्होंने फिर से खुद को तैयार किया और पुनः अपने अंदाज में वापस लौट रही हैं।इनकी इस सक्रियता को देखते हुए बीते माह पंचायत चुनाव में पार्टी ने इन्हें चुनाव प्रचार के ये ओडीशा भेजा था । हांलाकि सूत्र यह भी बता रहें कि पार्टी इन्हें बडी जिम्मेदारी दिये जाने पर भी काफी समय से मंथन कर रही है ।
खैर आगे क्या होगा यह बता पाना कम से कम राजनीति में सम्भव नहीं हो पाता लेकिन अपने पति स्व युद्धवीर की पाठशाला में सियासत का ककहरा सीख कर राजनीति के पायदान में कदम रखने वाली संयोगिता भले ही युद्धवीर के पराक्रमो की बराबरी न कर सके लेकिन चंद्रपुर के लोगो ने विपरीत परिस्थितियों में जो इनपर अपना प्यार उड़ेला है इससे यह तो साफ होता दिख रहा है कि क्षेत्र के लोग इनमें भी युद्धवीर तलाशने लगे हैं ।