रायगढ़ मुनादी।
नगर निगम में महापौर और सभापति को बनाने और बनने को लेकर पर्यवेक्षक सत्यनारायण शर्मा जिला कांग्रेस कार्यालय में बैठकर कार्यकर्ताओ से रायशुमारी कर लिफाफा बन्द कर वापस चले गए। इसके बाद अब अटकलों का दौर शुरू हो गया।
आज निगम में कंग्रेस महापौर और सभापति बनाये जाने को लेकर संगठन कार्यकर्ताओं से रायशुमारी करने बाद वापस लौट गए। जिला कांग्रेस कार्यालय में अध्यक्ष कक्ष में कार्यकर्ताओं से बंद कमरे में बारी बारी से चर्चा किया और उनके मन की टोह लिया कि वे किसे चाहते हैं कौन है उनकी पसंद क्या होना चाहिए किसे आप योग्य मानते हैं महापौर और सभापति को लेकर उनकी क्या राय है, आदि सवालों से कार्यकर्ताओ के मन की बात कलम बन्द किया। सत्यनारायण शर्मा जो कि निगम में महापौर और सभापति बनाने को लेकर रायशुमारी किया और सभी कार्यकर्ताओं का नाम सहित उनके विचार और उनकी मंशा को कलमबंद किया। अब इस कलम बन्द लिफाफे को संगठन के समक्ष रखेंगे जहां पर महापौर और सभापति के नाम मुहर लगेगी।
महापौर के लिए नवधा मिरी और जानकी काटजू का नाम चला वही सभापति के लिए सलीम नियरिया और जयंत ठेठवार का नाम चला।
इस मामले को लेकर जब पर्यवेक्षक सत्यनाराण शर्मा से महापौर और सभापति को लेकर जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि महापौर, सभापति के चयन के साथ प्रशासनिक कार्य संचालन के लिए एमआईसी सदस्यों का चयन किया जाएगा। एमआईसी एक अहम बॉडी होती है इसलिए इसमें योग्य उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा । महापौर और सभापति भी रायशुमारी से योग्य को बनाया जाएगा यह तो कार्यकर्ता बताएंगे किसे बनना चाहिए।
आपको यह भी बताते चलें कि जयंत ठेठवार वैसे स्वयं को सभापति की दौड़ में नही मानते हैं उनका कहना है कि उन्होंने अब तक इसके लिए कोई दावेदारी भी नहीं किया है। वही दूसरी ओर उनके जो समर्थक हैं वे पर्यवेक्षक के समक्ष अपनी पसंद न पसंद जाहिर कर पर्यवेक्षक को भी चौंका चुके हैं। आपको यह भी बता दें कि पर्यवेक्षक के समक्ष कार्यकर्ताओ ने विधायक और कांग्रेस जिला अध्यक्ष को तवज्जो देते हुए कहा कि वे जिसे भी सभापति और महापौर बनाना चाहे हम उनके साथ है वो योग्य को ही महापौर और सभापति बनाएंगे। इससे यह भी जाहिर कर दिया है कि कार्यकर्ताओ में विधायक प्रकाश नायक और ज़िला अध्यक्ष जयंत ठेठवार के प्रति आस्था खुल कर जाहिर किया लेकिन जब पर्यवेक्षक उनकी नजर में महापौर और सभापति का चेहरा जानना चाहा तो उनकी राय जानकर माना जा रहा है कि पर्यवेक्षक भी अचंभित हुए बिना नही रह पाए होंगे। फिलहाल पर्यवेक्षक सत्यनारायण शर्मा यह तो भली भांति जान समझ गए की संगठन स्तर पर कार्यकर्ता जयंत ठेठवार और प्रकाश नायक पर कितना भरोषा करते हैं।
बता दें कि महापौर और सभापति को लेकर बिना कोई एक आम राय तो नही बनी है सभापति और महापौर लेकर मामला अब भी उलझा हुआ। आपको बता दें कि एक धड़ा महापौर लक्ष्मी मिरी और सभापति के रूप में जयंत ठेठवार को देखना चाहता है तो दूसरा धड़ा महापौर के तौर पर जानकी काटजू और सभापति के तौर पर सलीम नियरिया को देखना चाहता है। अब सूत्र बताते हैं कि अंत मे होगा वही जो विधायक प्रकाश नायक चाहेंगे और उस नाम पर जयंत ठेठवार की भी मुहर लग सकेगी। यहां यह भी बता दें कि सभापति कौन बनेगा इसके लिए ये समझना जरूरी है कि महापौर कौन बनेगा। फिलहाल यह अभी गर्भ में है।