संस्कार के विद्यार्थियों ने किया एडवेंचर टूर साहसिक कैम्प से हुआ व्यक्तित्व विकास
रायगढ़ मुुनादी।
शहर की प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्था संस्कार पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों का एडवेंचर टूर नागपुर के समीप स्थित साहस नामक एडवेंचर कैम्प में संपन्न हुआ। संस्था के मार्गदर्शन रामचन्द्र शर्मा ने बताया कि लगभग 150 विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के द्वारा नागपुर के समीप लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित साहस नामक एडवेंचर कैम्प में संस्कार पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी शामिल हुए। उक्त तीन दिवसीय कैम्प में बहुत ही मनोरंजक तरीके से बेहतरीन तकनीक के साथ खतरनाक इवेंट करवाये गये, जिसे करने के उपरांत विद्यार्थियों का आत्मविश्वास काफी हद तक बढ़ा। उक्त कैम्प में लगभग 300 एकड़ का जंगल भी था जहां अलग-अलग प्रकार के साहसिक इवेंट का आयोजन हुआ। उक्त कैम्प में संस्कार स्कूल की प्राचार्या रश्मि शर्मा, सहित लगभग 15 शिक्षक भी सुरक्षा के दृष्टिकोण से शामिल रहे।
एक से बढ़कर एक साहसिक इवेंट हुआ
मार्गदर्शक रामचन्द्र शर्मा ने बताया कि सामान्य तौर पर जिन बातों से बच्चे और बड़े डर जाते हैं उस प्रकार की काफी चीजों को शिक्षकों के साथ-साथ बच्चों ने भी बड़ी आसानी से किया। सुरक्षा उपकरणों के साथ 60 फीट ऊंची जिग-जैग दीवाल, 70 फीट ऊंची रस्सी पर चढऩा, जंगल में मैप के आधार पर निश्चित बिन्दुओं को खोजना, तीस फीट ऊंची उबड़-खाबड़ दीवाल से नीचे उतरना, झील के पानी में राफ्टिंग करना, 10 फीट ऊंची एकल रस्सी पर चलना, 100 फीट ऊंची रस्सी से झील को पार करना, गड्ढों और पाइप के सहारे दीवाल कूदना, सुरंग पर चलकर बाहर आना आदि साहसिक इवेंट सभी विद्यार्थियों व शिक्षकों के द्वारा बेहतरीन तरीके से किया गया।
अंतिम दिन हुआ कैम्प फायर
कैम्प के अंतिम दिन विशेष रूप से बनाये गये ओपन थियेटर में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ जहां बनाये गये 10 ग्रुप ने अलग-अलग संगीत एवं नृत्य प्रस्तुत किया, साथ ही अनेक प्रकार की मिमिक्री एवं नाटक भी हुआ, साहस कैम्प की टीम ने बड़े ही मनोरंजक तरीके से खतरनाक से खतरनाक इवेंट को भी आसानी से करना सीखाया। अनेक प्रकार के दूर और पास से बताने वाले संकेत भी सीखाये, नागपुर का प्रसिद्ध डैम रामा डैम की भी सैर सभी विद्यार्थियों ने की।
रात टेंट में गुजारना हिम्मत का काम
मार्गदर्शक रामचन्द्र शर्मा ने बताया कि पूरे कैम्प में सबसे खतरनाक और रोमांचक अनुभव रहा लड़के और लड़कियों के द्वारा अलग-अलग दिन रात में टेंट में रहकर पूरी रात बिताना, इसमें मुख्य रूप से यह था कि जंगल के बीच फोल्डेड टेेंट लगाये गये थे, जिसमें विद्यार्थियों का समूह बनाकर रात बिताने के लिये वहां छोड़ा गया था, इसमें महिला शिक्षक भी शामिल रहे। इस इवेंट से बच्चों और शिक्षकों में काफी हिम्मत का संचार हुआ और जंगल में रहने के हिसाब से साहस बढ़ा।
प्राचार्या संस्कार पब्लिक स्कूल
श्रीमती रश्मि शर्मा
साहस कैम्प में लेजाने का उद्देश्य यह था कि बच्चों के द्वारा ऐसे इवेंट करने से उनका आत्मविश्वास बढ़ता है तथा जिंदगी के प्रति नजरिया सकारात्मक होता है।
प्रियांशु स्वेन, छात्र कक्षा 10वीं
मैं बहुत ही अंतर्मुखी छात्र रहा हूं लेकिन यहां आकर मैंने हिम्मत के साथ जिंदगी का बहिर्मुखी चेहरा भी जाना है इससे मेरे व्यक्तित्व में नि:संदेह सुधार हुआ है।
अमन मालाकार, छात्र कक्षा 11वीं
प्रारंभ में यहां आने से मोबाइल ले लिया गया तो मुझे लगा कि किसी कैद में हूं लेकिन ऐसे इवेंट करने के बाद न तो मोबाइल की जरूरत पड़ी और मेरे मन से बहुत सारी बातों का डर निकल गया।
अभिराज शर्मा, छात्र कक्षा चौंथी
मैं पानी और ऊंचाई से डरता था, जिससे आत्मविश्वास में कमी लगती थी, लेकिन यहां के साहसिक इवेंट से अब मेरा डर दूर हो गया है। आगे ऐसे करने में बिल्कुल झिझक महसूस नहीं होगी।
इशिता स्वर्णकार, छात्रा कक्षा 10वीं
मैं पढ़ाकू किस्म की लड़की हूं लेकिन ऐसे कैम्प में आने से मुझे खेलकूद का महत्व और हिम्मत की जरूरत समझ में आई जिससे मुझे भविष्य में बहुत लाभ होगा।