जांजगीर मुनादी। जांजगीर जिले के मालखरौदा थाना क्षेत्र में 105 घंटों से 10 साल के बच्चे को गड्ढे से बाहर निकालने की जद्दोजहद के बीच अंततः उसे सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। अब उसे ग्रीन कॉरिडोर बनाकर बिलासपुर ले जाया गया है ताकि उसका स्वास्थ परीक्षण किया जा सके । शुक्रवार को शाम 4 बजे राहुल खेलते समय बोरवेल वाले गड्ढे में गिर गया था।
पिरहिद गांव निवासी 10 वर्षीय बालक राहुल साहू घर के पीछे खेल रहा था। इसी दौरान बोरवेल के लिए खुदे गढ्ढे में बच्चा गिर गया। आज पांचवा दिन है। 104 घंटे बीत चुके हैं और राहुल को निकालकर उसे बिलासपुर के अस्पताल में ले जाया गया है। इस काम में पुलिस, प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ,secl की स्पेशल माइनिंग टीम, टेक्निकल एक्सपर्ट, सेना के जवान सहित हजारों की संख्या में लोग बच्चे को बचाने के प्रयास में लगे हुए थे ।
दर्जनों एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना के जवानों और पूरी स्थानीय सरकारी मशीनरी ने राहुल को बचाने के लिए अपनी ताकत लगा दी, जो पिहरिड गांव में सतह से कम से कम 60 फीट नीचे बोरवेल में फंस गयाथा।
स्थानीय समाचार चैनलों द्वारा राहुल को जिंदा खींचे जाने की खबर के बाद पूरे राज्य में जश्न मनाया गया। यह छत्तीसगढ़ में और शायद देश में भी सबसे बड़े और सबसे लंबे बचाव कार्यों में से एक है। राहुल को बचाव स्थल से कुछ ही समय में गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया क्योंकि राज्य सरकार ने एक ग्रीन कॉरिडोर स्थापित किया था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "राहुल ने मौत को चकमा दे दिया है और हर कोई इसे चमत्कार कह रहा है, हमें इस लड़के की बहादुरी को सलाम करने की जरूरत है।"
बच्चे को बचाने महामृत्युंजय का पाठ
कोरबा पुलिस ने बच्चे को बचाने महामृत्युंजय का पाठ किया। इसी तरह पूरे प्रदेश में राहुल को बचाने प्राथनाएं की जा रही थी। पिरहिद गांव में हजारों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। सब अपने हिस्से की दुआ कर रहे थे। जिला प्रशासन ने लोगों से दूरी बनाने एक रेडियस में बैरिकेड लगा भी लगाया था।