जशपुर मुनादी ।। भाजपा में रहकर हमेशा आदिवासी मुख्य्मंत्री के सबसे बड़े पैरोकार भाजपा के पूर्व सांसद और कद्दावर आदिवासी नेता नन्दकुमार साय की तस्वीर के साथ सोशल मीडिया में चल रहे एक पोस्ट ने भाजपा के अंदर एकबार फिर से खलबली मचा दिया है । इस पोस्ट में नन्दकुमार साय के हवाले से लिखा गया है कि वह बहुत जल्द भाजपा छोड़ने वाले है क्योंकि भाजपा परदेशिया बाहुल्य लोगो की पार्टी है इस पार्टी ने उनके साथ तो अन्याय किया ही किया उनके साथ के लोगो को भी संवैधानिक हक अधिकार से दूर रखा गया ।पोस्ट की शुरुआती लाईंन में यह लिखा है कि अगर 2023 में भाजपा की सरकार बनी तो वह राजनीति छोड़ देंगे ।
इस पोस्ट को लेकर हमने जब पड़ताल की तो हांलाकि कुछ और पतां चला लेकिन यह जानने से पहले पहले यह जान लीजिए कि पोस्ट में लिखा क्या है ।
ये है पूरा पोस्ट
मैं भाजपा छोड़ने वाला हूँ ,भाजपा परदेशिया बाहुल्य लोगों की पार्टी है इसलिए मैं खुद नहीं चाहता कि 2023 में भाजपा की सरकार बने।2023में अगर भाजपा की सरकार बनी तो मैं राजनीति छोड दूँगा और मैं बहुत जल्द भाजपा छोड़ने वाला भी हूँ।मुझे अब समझ आ रहा है कि भाजपा में किस टाईप के लोग जुड़े हैं ।मेरे अपने लोगो को हक़ अधिकार से दूर किया गया ।मैं छत्तीसगढ़वासी और आदिवासी भाईयों से इस बात के लिए क्षणा प्रार्थी हूँ कि मैं भाजपा का पदाधिकारी हूँ । हँसदेव और बालोद बंन्द के साथ हूँ।
इस मामले में नन्दकुमार साय की ओर से बताया जा रहा है कि जिसने भी नन्दकुमार साय के फोटो के साथ इस कथन को पोस्ट किया है वह उसके खुद से गढ़ी हुई बातें हैं ।उनके द्वारा न तो ऐसा किसी मीडिया को बयान दिया गया है न कि सोशल मीडिया में उनके द्वारा कोई ऐसा पोस्ट किया है ।इस पोस्ट से उनका कोई लेना देना नहीं है।उन्होंने बताया कि चुनाव नजदीक आते है कुछ षड्यंत्रकारी शक्तियां उनकी छवि धूमिल करने में जुट जाती है और यह पोस्ट भी उन्हीं षड्यंत्रों का एक हिस्सा है । पार्टी में उनकी सक्रियता और बेदाग छवि को कुछ लोग हजम नहीं कर पाते और चुनाव नजदीक आते ही उनकी छवि खराब करने का षड्यंत्र रचना शुरू कर देते है।
नन्दकुमार साय के निज सचिव ने बताया कि इस मामले की शिकायत करने वह जशपुर एसपी के पास जा रहे है ।षड्यंत्रकारी ताकतों का चेहरा उजागर होना जरूरी है इसलिए इस पोस्ट के पीछे किसका हाथ है इसकी जांच कराने की मांग की जाएगी ।
यह बताना जरूरी है कि कुछ माह पहले नन्दकुमार साय ने भाजपा के शीर्ष नेताओं का उनके प्रति रवैये की पूरी खोलकर रख दी थी ।उन्होंने साफ साफ कहा था कि पार्टी शुरू से उनके साथ अन्याय करती आ रही है ।उनके इस खुल्लम खुल्ला बयान के बाद भाजपा के भीतर खलबली मच गई थी । नन्दकुमार साय मुखर होकर अपनी बात करने वाले नेता जाने जाते हैं।आदिवसी मुद्दों पर उन्होंने राजनीतिक दुष्प्रभावो का बगैर फिक्र किए खुलकर बोलते रहे है लेकिन आजतल उनके द्वारा भाजपा छोड़ने जैसी कोई बात नहीं कही गई है यहभी सच है ।